Hindi
रह�यमय गु�बारा
दो दो�त, �वशाल और भीम, अपने सबसे अ�े दो�त सागर के �लए एक
सर�ाइज़ पाट� क� योजना बनाते ह�—ले�कन इस दौरान �मता और आयतन
(Capacity and Volume) का एक मज़ेदार सबक भी सीखते ह�!
जैसे ही वे गु�बारे फु लाते ह�, परफे �ट के क चुनते ह� और ढेर सार� म�ती
करते ह�, वे यह जान जाते ह� �क चीज़� �कतना कु छ समा सकती ह�—चाहे
वो �व�ान म� हो या दो�ती म�। यह है सर�ाइज़ा�, सीखने और अटूट दो�ती से
भर� एक मज़ेदार कहानी!
भारतीय �ौ�ोिगक� सं�थान जोधपुर
Indian Institute of Technology Jodhpur
रचना और �काशन
भारतीय �ौ�ोिगक� सं�थान जोधपुर
‘खेल-खेल म� �व�ान’ कहानी पु�तका� क� �ृंखला मज़ेदार और रोमांचक
कहा�नया� के ज़�रए �व�ान, �ौ�ो�गक�, अ�भयां��क� और ग�णत
(STEM) क� अवधारणाआ� को जीव�त बनाती है।
हर कहानी इस तरह रची गई है �क वह ब�चा� म� �ज�ासा जगाए, ता�क�क
सोच को �ो�सा�हत करे और उ�ह� यह समझने म� मदद करे �क STEM
�वचार हमारे रोज़मरा� के जीवन का �ह�सा ह�।
रह�यमय गु�बारा
खेल खेल म� �व�ान
Dr Tonisha Guin
�वशाल, भीम और सागर ब�त अ�े दो�त थे। एक �दन �वशाल
के �दमाग म� सागर के �लए एक सर�ाइज बथ�डे पाट� रखने का
�वचार आया �या��क दो �दन बाद ही उसका ज�म�दन था।
उसने ख़ुशी से उछल कर सोचा, "चलो सागर के �लए एक
सर�ाइज बथ�डे पाट� रख�! म� भीम को भी आमं��त क�ं गा!
सागर उसे देखकर ब�त खुश होगा।"
उ�हा�ने सजावट के �लए गु�बारे, कु क�ज़ का एक बड़ा जार और
सागर के ज�म�दन के उपहार के �प म� उसके नाम वाला एक
�वशेष मग चुना।
जैसे ही वे जाने वाले थे, �वशाल को अचानक से याद आया,
"अरे नह�! हम के क भूल गये!"
भीम हँसा. "�च�ता मत करो। यहाँ हाल ही म� एक नई के क क�
�कान खुली है।" चलते-चलते �वशाल ने पूछा, "के क �कतना
बड़ा होना चा�हए?"
�वशाल ने अपनी मां का फोन उठाया और भीम को फोन करके
सागर के �लए सर�ाइज बथ�डे पाट� का �वचार बताया। भीम, जो
हमेशा मदद के �लए तैयार रहता है, �वशाल के �वचार से सहमत
�आ और बोला, "यह तो ब�त ब�ढ़या है! चलो सब कु छ तैयार
कर ल�!"
अगले �दन �वशाल और भीम, भीम क� माँ के साथ बाज़ार गए।
रह�यमय गु�बारा
�वशाल, भीम और सागर ब�त अ�े दो�त थे। एक �दन �वशाल
के �दमाग म� सागर के �लए एक सर�ाइज बथ�डे पाट� रखने का
�वचार आया �या��क दो �दन बाद ही उसका ज�म�दन था।
उसने ख़ुशी से उछल कर सोचा, "चलो सागर के �लए एक
सर�ाइज बथ�डे पाट� रख�! म� भीम को भी आमं��त क�ं गा!
सागर उसे देखकर ब�त खुश होगा।"
उ�हा�ने सजावट के �लए गु�बारे, कु क�ज़ का एक बड़ा जार और
सागर के ज�म�दन के उपहार के �प म� उसके नाम वाला एक
�वशेष मग चुना।
जैसे ही वे जाने वाले थे, �वशाल को अचानक से याद आया,
"अरे नह�! हम के क भूल गये!"
भीम हँसा. "�च�ता मत करो। यहाँ हाल ही म� एक नई के क क�
�कान खुली है।" चलते-चलते �वशाल ने पूछा, "के क �कतना
बड़ा होना चा�हए?"
�वशाल ने अपनी मां का फोन उठाया और भीम को फोन करके
सागर के �लए सर�ाइज बथ�डे पाट� का �वचार बताया। भीम, जो
हमेशा मदद के �लए तैयार रहता है, �वशाल के �वचार से सहमत
�आ और बोला, "यह तो ब�त ब�ढ़या है! चलो सब कु छ तैयार
कर ल�!"
अगले �दन �वशाल और भीम, भीम क� माँ के साथ बाज़ार गए।
रह�यमय गु�बारा
भीम ने एक �ण सोचा और कहा, “हम तीना� के �लए एक
�कलो का के क पया��त होगा।”
�वशाल ने आँख� चौड़� करके पूछा, “एक �कलो के के क से हम�
�कतने टुकड़े �मल�गे?”
भीम मु�कु राया, “खैर, यह इस बात पर �नभ�र करता है �क हम
इसे कै से काटते ह�। इसे करने का एक आसान तर�का यह है।
सबसे पहले, इसे आधे म� काट�, �फर ��येक आधे को दो भागा� म�
काट�, �फर उनम� से ��येक भाग को तीन बराबर �लाइस म�
काट�। इससे हम� 12 टुकड़े �मल�गे।
�वशाल ब�त खुश �आ, "ब�त ब�ढ़या! चलो वहाँ चलते ह� और
ऑड�र करते ह�!" दोना� ने सागर का नाम �लखा �आ एक
चॉकलेट के क ऑड�र �कया।
पाट� का �दन आ गया। �वशाल रंग-�बरंगे गु�बारा� से कमरा
सजाने म� ��त था जब�क भीम अपनी मां के साथ �कान से
के क लाने गया था। �वशाल ने एक गु�बारा उठाया और उसम�
हवा भरनी शु� कर दी। तभी सागर अंदर आया। �वशाल �ठठक
गया और सजावट �छपाने क� को�शश करने लगा।
"सर�ाइज! नह�, �को, अभी नह�! ओह...हाय, सागर!"
काय�
�या आप इस के क को बारह बराबर टुकड़ा� म� काट सकते
ह�?
�वशाल घबराकर �क गया।
सागर ने भा�ह� उठाइ�, “तुम �या कर रहे हो, �वशाल?"
�वशाल ने ज�दी से कवर �कया, "बस, यह पर��ण कर रहा �ँ
�क गु�बारे �कतने बड़े हो सकते ह�!"
सागर ने उ�साह से कहा, "यह ब�ढ़या है! चलो हम सब �मलकर
इसे आज़माते ह�!"
�वशाल ने गु�बारे म� हवा भरनी शु� कर दी और सागर ने उसे
भीम ने एक �ण सोचा और कहा, “हम तीना� के �लए एक
�कलो का के क पया��त होगा।”
�वशाल ने आँख� चौड़� करके पूछा, “एक �कलो के के क से हम�
�कतने टुकड़े �मल�गे?”
भीम मु�कु राया, “खैर, यह इस बात पर �नभ�र करता है �क हम
इसे कै से काटते ह�। इसे करने का एक आसान तर�का यह है।
सबसे पहले, इसे आधे म� काट�, �फर ��येक आधे को दो भागा� म�
काट�, �फर उनम� से ��येक भाग को तीन बराबर �लाइस म�
काट�। इससे हम� 12 टुकड़े �मल�गे।
�वशाल ब�त खुश �आ, "ब�त ब�ढ़या! चलो वहाँ चलते ह� और
ऑड�र करते ह�!" दोना� ने सागर का नाम �लखा �आ एक
चॉकलेट के क ऑड�र �कया।
पाट� का �दन आ गया। �वशाल रंग-�बरंगे गु�बारा� से कमरा
सजाने म� ��त था जब�क भीम अपनी मां के साथ �कान से
के क लाने गया था। �वशाल ने एक गु�बारा उठाया और उसम�
हवा भरनी शु� कर दी। तभी सागर अंदर आया। �वशाल �ठठक
गया और सजावट �छपाने क� को�शश करने लगा।
"सर�ाइज! नह�, �को, अभी नह�! ओह...हाय, सागर!"
काय�
�या आप इस के क को बारह बराबर टुकड़ा� म� काट सकते
ह�?
�वशाल घबराकर �क गया।
सागर ने भा�ह� उठाइ�, “तुम �या कर रहे हो, �वशाल?"
�वशाल ने ज�दी से कवर �कया, "बस, यह पर��ण कर रहा �ँ
�क गु�बारे �कतने बड़े हो सकते ह�!"
सागर ने उ�साह से कहा, "यह ब�ढ़या है! चलो हम सब �मलकर
इसे आज़माते ह�!"
�वशाल ने गु�बारे म� हवा भरनी शु� कर दी और सागर ने उसे
समय रहते रोक �दया। "देखो, यह बड़ा हो रहा है।"
�वशाल ने �सर �हलाया, "हाँ! हम �यादा हवा भरते ह�, इस�लए
यह �यादा जगह ले रहा है!"
�वशाल ने हवा भरना जार� रखा, और पॉप! गु�बारा जोरदार
धमाके के साथ फटा, �जससे वह पीछे क� ओर कू द पड़ा।
भीम ने के क नीचे रखते �ए कहा, "बेशक! ले�कन सबसे पहले
मुझे यह बताओ �क तुम दोना� �या कर रहे थे?"
�वशाल ने उ�साह से कहा, "सागर और म� गु�बारे को फु लाकर
देख रहे थे �क फटने से पहले यह �कतना बड़ा हो सकता है!
भीम क� आँख� चौड़� हो गइ�। उ�हा�ने अलग-अलग आकार के
गु�बारे आज़माये। फू टने से पहले उनम� से कु छ छोटे और कु छ
बड़े �ए।
भीम ने कहा, "तु�ह� पता है, ये गु�बारे मुझे हमारे �कू ल के पानी
क� टं�कया� वाले �ोजे�ट क� याद �दलाते ह�। गु�बारा हवा को
वैसे ही रखता है जैसे पानी क� टंक� पानी को रखती है!"
सागर मु�कु राया और बोला, "�ब�कु ल! गु�बारा फटने से पहले
एक �न��त मा�ा म� ही हवा भर सकता है, ठ�क वैसे ही जैसे
एक ट�क म� पानी क� �न��त मा�ा ही भर सकती है, उसके बाद
उसम� अ�त�वाह हो जाता है।"
�वशाल क� आँख� चमक उठ�। “ओह! इसे ही हम �मता कहते
ह�—वह अ�धकतम मा�ा �जसे कोई चीज़ धारण कर सकती
है।”
सागर ने कहा, "ठ�क है! और इस समय गु�बारे म� हवा क�
वा�त�वक मा�ा—या ट�क म� पानी—यही आयतन है।"
�वशाल ने �सर �हलाया, "तो �मता वह कु ल मा�ा है जो इसम�
समा सकती है, और आयतन वह है �क हमने अब तक �कतना
अंदर डाला है!"
भीम ने के क क� ओर देखा। "और के क �जतना बड़ा होगा,
उसका आयतन भी उतना ही अ�धक होगा �या��क वह अ�धक
सागर हँसा, “देखा? ऐसा तब होता है जब आप �मता से आगे
�नकल जाते ह�!"
तभी भीम के क लेकर अंदर आया। "यहाँ इतना शोर �या� है?
सागर, तु�ह� अभी तक यहाँ नह� आना चा�हए था! यह तु�हारे
�लए एक सर�ाइज था!"
सागर मु�कु राया, "म� अभी अंदर आया और �वशाल को गु�बारे
उड़ाते देखा। चलो सर�ाइज क� �च�ता मत करो। इस �दन का
आनंद लेते ह�।"
समय रहते रोक �दया। "देखो, यह बड़ा हो रहा है।"
�वशाल ने �सर �हलाया, "हाँ! हम �यादा हवा भरते ह�, इस�लए
यह �यादा जगह ले रहा है!"
�वशाल ने हवा भरना जार� रखा, और पॉप! गु�बारा जोरदार
धमाके के साथ फटा, �जससे वह पीछे क� ओर कू द पड़ा।
भीम ने के क नीचे रखते �ए कहा, "बेशक! ले�कन सबसे पहले
मुझे यह बताओ �क तुम दोना� �या कर रहे थे?"
�वशाल ने उ�साह से कहा, "सागर और म� गु�बारे को फु लाकर
देख रहे थे �क फटने से पहले यह �कतना बड़ा हो सकता है!
भीम क� आँख� चौड़� हो गइ�। उ�हा�ने अलग-अलग आकार के
गु�बारे आज़माये। फू टने से पहले उनम� से कु छ छोटे और कु छ
बड़े �ए।
भीम ने कहा, "तु�ह� पता है, ये गु�बारे मुझे हमारे �कू ल के पानी
क� टं�कया� वाले �ोजे�ट क� याद �दलाते ह�। गु�बारा हवा को
वैसे ही रखता है जैसे पानी क� टंक� पानी को रखती है!"
सागर मु�कु राया और बोला, "�ब�कु ल! गु�बारा फटने से पहले
एक �न��त मा�ा म� ही हवा भर सकता है, ठ�क वैसे ही जैसे
एक ट�क म� पानी क� �न��त मा�ा ही भर सकती है, उसके बाद
उसम� अ�त�वाह हो जाता है।"
�वशाल क� आँख� चमक उठ�। “ओह! इसे ही हम �मता कहते
ह�—वह अ�धकतम मा�ा �जसे कोई चीज़ धारण कर सकती
है।”
सागर ने कहा, "ठ�क है! और इस समय गु�बारे म� हवा क�
वा�त�वक मा�ा—या ट�क म� पानी—यही आयतन है।"
�वशाल ने �सर �हलाया, "तो �मता वह कु ल मा�ा है जो इसम�
समा सकती है, और आयतन वह है �क हमने अब तक �कतना
अंदर डाला है!"
भीम ने के क क� ओर देखा। "और के क �जतना बड़ा होगा,
उसका आयतन भी उतना ही अ�धक होगा �या��क वह अ�धक
सागर हँसा, “देखा? ऐसा तब होता है जब आप �मता से आगे
�नकल जाते ह�!"
तभी भीम के क लेकर अंदर आया। "यहाँ इतना शोर �या� है?
सागर, तु�ह� अभी तक यहाँ नह� आना चा�हए था! यह तु�हारे
�लए एक सर�ाइज था!"
सागर मु�कु राया, "म� अभी अंदर आया और �वशाल को गु�बारे
उड़ाते देखा। चलो सर�ाइज क� �च�ता मत करो। इस �दन का
आनंद लेते ह�।"
जगह लेता है! बड़े कं टेनर म� अ�धक सामान आ सकता है,
ले�कन हम� सावधान रहना होगा �क हम उ�ह� अ�धक न भर�!"
तीना� दो�त एक साथ हंस पड़े, और उ�ह� एहसास �आ �क
उ�हा�ने अपने छोटे से रोमांचक काय� का �कतना आनंद �लया।
उ�हा�ने ज�दी से कमरे को सजाया, �ड�बे से के क �नकाला और
चारा� ओर गु�बारे लगा �दए।
के क काटने का समय हो गया था। सागर ने सावधानीपूव�क के क
काटा और ज�द ही वे सभी उसका एक टुकड़ा खाने लगे।
�वशाल के चेहरे पर अचानक शरारत भर� झलक आ गई। "अरे
सागर, म� शत� लगाता �ँ �क म� अपना गु�बारा तु�हारे गु�बारे से
भी बड़ा कर सकता �ँ!"
सागर मु�कु राया. "ओह, तुम तैयार हो? ले�कन याद रखना, यह
इस बात पर �नभ�र करता है �क यह �कतनी हवा भर सकता है!"
भीम ने कहा, “म� भी इसम� शा�मल होऊं गा।”
वे �फर से हँसते-हँसते गु�बारे फु लाने लगे। �वशाल का गु�बारा
गोल और गोल होता गया—जब तक �क पॉप!—वह फट गया
और सभी लोग जोर से हंसने लगे।
सागर ने अपना गु�बारा ऊपर उठाया, जो अभी भी पूर� तरह से
फू ला �आ था। "लगता है म� यह राउं ड जीत गया!" जब�क भीम
ढेर सारा के क खाने के बाद गु�बारे म� हवा भरने के �लए संघष�
कर रहा था।
जगह लेता है! बड़े कं टेनर म� अ�धक सामान आ सकता है,
ले�कन हम� सावधान रहना होगा �क हम उ�ह� अ�धक न भर�!"
तीना� दो�त एक साथ हंस पड़े, और उ�ह� एहसास �आ �क
उ�हा�ने अपने छोटे से रोमांचक काय� का �कतना आनंद �लया।
उ�हा�ने ज�दी से कमरे को सजाया, �ड�बे से के क �नकाला और
चारा� ओर गु�बारे लगा �दए।
के क काटने का समय हो गया था। सागर ने सावधानीपूव�क के क
काटा और ज�द ही वे सभी उसका एक टुकड़ा खाने लगे।
�वशाल के चेहरे पर अचानक शरारत भर� झलक आ गई। "अरे
सागर, म� शत� लगाता �ँ �क म� अपना गु�बारा तु�हारे गु�बारे से
भी बड़ा कर सकता �ँ!"
सागर मु�कु राया. "ओह, तुम तैयार हो? ले�कन याद रखना, यह
इस बात पर �नभ�र करता है �क यह �कतनी हवा भर सकता है!"
भीम ने कहा, “म� भी इसम� शा�मल होऊं गा।”
वे �फर से हँसते-हँसते गु�बारे फु लाने लगे। �वशाल का गु�बारा
गोल और गोल होता गया—जब तक �क पॉप!—वह फट गया
और सभी लोग जोर से हंसने लगे।
सागर ने अपना गु�बारा ऊपर उठाया, जो अभी भी पूर� तरह से
फू ला �आ था। "लगता है म� यह राउं ड जीत गया!" जब�क भीम
ढेर सारा के क खाने के बाद गु�बारे म� हवा भरने के �लए संघष�
कर रहा था।